संकष्टी चतुर्थी क्या है ?
हिन्दू कैलेण्डर ‘2021 Sankashti Chaturthi’ 2021 संकष्टी चतुर्थी के अनुसार प्रत्येक माह में दो चतुर्थी आती है. अमावास के बाद आने वाली चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है, तो पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है. संकष्टी चतुर्थी 2021 Sankashti Chaturthi हर माह में आती है, लेकिन अगर मंगलवार के दिन संकष्टी चतुर्थी आती है, तो उसे अंगारकी संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है.
इस चतुर्थी को पंचांग के अनुसार बहोत ही शुभ माना जाता है. अंगारकी ख़ास होने की वजह यह वार भगवान् गणेश का माना जाता है. महाराष्ट्र सहित दक्षिण भारत में संकष्टी चतुर्थी का व्रत भगवन गणेश जी के भक्तगण करते है.
संकष्टी चतुर्थी व्रत क्या है ?
परमपूज्य भगवन गणेश जी को अपना आराध्य मानने वाले संकष्टी चतुर्थी के इस दिन उपवास रखते है. साथ ही भगवन गणेश की आराधना करते है. भगवान् गणेश को संकट मोचक हर और संकट को दूर करने वाले देवता भी माने जाते है. गुण, ज्ञान और बल के धनि गणेश भगवान् की उनके भक्त आराधना करते है. ताकि आनेवाले संकट से उनकी मुक्ति हो जाए.
इस दिन सूर्योदय से लेकर रत के चंद्रोदय तक कठोर उपवास किया जाता है. फल, कंदमूल और वनस्पति उत्पादोंका इस उपवास के दौरान सेवन कर सकते है. व्रत दौरान काफी श्रद्धालु साबूदाने, आलू, मूंगफली से बने पदार्थ खाना पसंद करते है. आखिर रात्रि के समय चंद्रोदय के बाद चन्द्रमा का दर्शन करने के बाद संकष्टी चतुर्थी का उपवास तोड़ा जाता है.
संकष्टी पंचांग आप यहाँ देख सकते है
संकष्टी चतुर्थी जनवरी 2021
जनवरी 2, 2021, शनिवार
अखुरथ संकष्टी चतुर्थी
20:44 PM
माघ, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ – 09:09, जनवरी 02AM, जनवरी 02
समाप्त – 08:22, जनवरी 03 AM, जनवरी 03
जनवरी 31, 2021, रविवार
सकट चौथ लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी
20:40 PM
माघ, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ – 20:24, जनवरी 31
समाप्त – 18:24, फरवरी 01
संकष्टी चतुर्थी मार्च 2021
मार्च 2, 2021, मंगलवार
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी
09:51 PM
फाल्गुन, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ – 05:46, मार्च 02
समाप्त – 02:59, मार्च 03
मार्च 31, 2021, बुधवार
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी
09:51 PM
फाल्गुन, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ – 05:46, मार्च 02
समाप्त – 02:59, मार्च 03
संकष्टी चतुर्थी अप्रैल 2021
अप्रैल 30, 2021, शुक्रवार
विकट संकष्टी चतुर्थी
22:48
वैशाख, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ – 22:09, अप्रैल 29
समाप्त – 19:09, अप्रैल 30
संकष्टी चतुर्थी मई 2021
मई 29, 2021, शनिवार
एकदन्त संकष्टी चतुर्थी
22:34
ज्येष्ठ, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ – 06:33, मई 29
समाप्त – 04:03, मई 30
संकष्टी चतुर्थी जून 2021
जून 27, 2021, रविवार
कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी
22:03
आषाढ़, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ – 15:54, जून 27
समाप्त – 14:16, जून 28
संकष्टी चतुर्थी जुलाई 2021
जुलाई 27, 2021, मंगलवार
गजानन संकष्टी चतुर्थी
10:00 PM
श्रावण, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ – 02:54, जुलाई 27
समाप्त – 02:28, जुलाई 28
संकष्टी चतुर्थी अगस्त 2021
अगस्त 25, 2021, बुधवार
हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी
09:48 PM
भाद्रपद, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ – 16:18, अगस्त 25
समाप्त – 17:13, अगस्त 26
संकष्टी चतुर्थी सितम्बर 2021
सितम्बर 24, 2021, शुक्रवार
विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी
20:20
आश्विन, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ – 08:29, सितम्बर 24
समाप्त – 10:36, सितम्बर 25
संकष्टी चतुर्थी अक्टूबर 2021
अक्टूबर 24, 2021, रविवार
करवा चौथ वक्रतुण्ड संकष्टी चतुर्थी
20:07
कार्तिक, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ – 03:01, अक्टूबर 24
समाप्त – 05:43, अक्टूबर 25
संकष्टी चतुर्थी नवम्बर 2021
नवम्बर 23, 2021, मंगलवार
गणाधिप संकष्टी चतुर्थी
20:26
मार्गशीर्ष, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ – 22:26, नवम्बर 22
समाप्त – 00:55, नवम्बर 24
संकष्टी चतुर्थी दिसम्बर 2021
दिसम्बर 22, 2021, बुधवार
अखुरथ संकष्टी चतुर्थी
20:12
पौष, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ – 16:52, दिसम्बर 22
समाप्त – 18:27, दिसम्बर 23