
भगवान सत्यनारायण की कथा कही हजारो सालोंसे अब तक लोकप्रिय कथा है, श्री सत्यनारायण पूजा तिथि 2021 मे सत्यनारायण कथा और पूजा एक व्रत है. जिसे कई लोग अपनी मुराद, मन्नते पूरी करने के लिए इसका प्रयोग किया करते है. कुछ लोग नियमित रूप से भगवान् विष्णु की कृपा दृष्टी बनाये रखने के लिए, इस कथा और व्रत का आयोजन किया करते है. सत्यनारायण व्रत कथा को दो हिस्सों में बांटा गया है. पूर्वार्ध और उत्तरार्ध. सत्यनारायण व्रत कथा स्कंदपुराण के रेवाखंड में पाई जाती है.
सत्यनारायण का अर्थ क्या है ?
सत्यनारायण का अर्थ है, नारायण ही विश्व का एकमात्र सत्य है. बाकी नश्वर और मया है. भगवान् विष्णु की पूजा दुनिया भर में कई तरह से की जाती है. ऐसे ही स्कंद पुराण में सत्यनारायण कथा बताई है. जिसमे नारायण का स्वरूप बताया गया है. सत्यनारायण कथा में लगभग 170 संकस्कृत श्लोक है. कुल 170 श्लोक पांच अध्यायोमे बांटा गया है. इस कथा में पूर्वार्ध व्रत पूजा का संकल्प भूल जाना, और उत्तरार्ध पूजा संकल्प के प्रसाद का अपमान है.
सत्यनारायण पूजा व्रत कथाका संकल्प क्यों है जरुरी ?
सत्यनारायण व्रत कथा में छोटी छोटी कहानिया बताई गई है. जिसमे इंसानी परेशानियां का स्वरूप दिखाया गया है. अगर कोई संकल्प मन में कर लिया है. तो आदर पूर्वक पूरी निष्ठां के साथ संकल्प क पूरा करना चाहिए. भगवान सत्यनारायण से अगर कोई भाव पूर्वक कोई याचना करे. और यह संकल्प करता है, की मनोकामना पूर्ण होने पर वो सत्यनारायण की पूजा का व्रत करने का निश्चय करता है. और उसकी मनोकामना पूर्ण होने पर वो संकल्प को भूल जाता है. तो यह भगवान् सत्यनारायण का अपमान माना जाता है.
श्री सत्यनारायण पूजा का योग्य समय
इस कथा में वचन को भूलने वाले याचक को भगवान सत्यनारायण ने शिक्षा दी है. जिसके स्वरूप, संपत्ति, बंधू, पत्नी का सुख से उसे वंचित होना पड़ा अतः पूर्णमासी में इस कथा का वाचन किया जाता है. लेकिन कुछ विशेष तिथियों में भी सत्यनारायण की व्रत कथा को विधि विधान द्वारा करने का निर्देश दिया गया है. श्री सत्यनारायण पूजा तिथि 2020 मे कुछ महत्वपूर्ण मुहूर्त दिए हुए है.
पूजा तिथि के दिन का या मुहूर्त पंचांग आप यहाँ देख सकते हो
Satyanarayan Puja Tithi 2020 and vrat katha (Intro)
Shri Satyanarayan Puja Katha, In this story, Lord Satyanarayan has taught the lesson who forgets the word. Whose form, property, brothers, wife had to be deprived of happiness, so this story is read in Poornamasi. But even on some special dates, the fast story of Satyanarayan has been instructed to be done by law. Some important Muhurats have been given in Shri Satyanarayan Puja tithi 2021.