
Lord Shiva HD wallpaper, images | महादेव एचडी वॉलपेपर, फोटो
Lord Shiva HD wallpaper, यह इंटरनेट पर व्हायरल हो रही Lord Mahadev Wallpaer है. यह Lord Mahaev Wallpaer महादेव के भक्तों के लिए दिए गए है. Mahadev Wallpaper को मोबाइल स्क्रीन पर लगाना उनके भक्तों के लिए आनंद दायक होता है. Lord Shiva HD wallpaper के साथ देखते है, कुछ महादेव के ख़ास तथ्य.

इस लिए देवादि देव कहा जाता है
भगवान महादेव को इसलिए देवादि देव कहा जाता है, क्यूंकि भगवान शिव शुरुवात है, और अंत भी वही है. इसलिए स्मशान में महादेव का वास होता है.

भगवान शिव के अनेक रूप
भगवान शिव के अनेक रूप है. संसार के कण कण में भगवान शिव समाये हुए है. नर और नारी दोनों का रूप भगवान महादेव है.

सावन महीने में सोमवार महादेव के लिए विशेष
सावन महीने में आने वाले सारे सोमवार भगवान महादेव के लिए विशेष प्रिय होते. इन दिनों में महादेव भक्तोंकी भक्ति से प्रसन्न होते है.

गलती से की हुई पूजा भी महादेव को प्रिय
भोले बाबा के भक्त सावन के सोमवार का व्रत प्रेम पूर्वक करते है. सावन के महीने में, गलती से की हुई पूजा भी भगवान महादेव को प्रिय है. इसलिए महादेव का नाम भोले बाबा है.

बिल्व पत्र महादेव को अत्यंत प्रिय
बिल्व पत्र भगवान महादेव को अत्यंत प्रिय हैं, बिल्व पत्र महादेव को अर्पण करने से भोलेबाबा अत्यंत प्रसन्न होते हैं. और अपने भक्तों को मनमांगा फल प्रदान करते हैं.

कर्क राशि वाले जातक के लिए महादेव आराध्य
कर्क राशि वाले जातक के लिए महादेव आराध्य होते है. कर्क राशि सबंधित जातक अगर भोलेबाबा को सोमवार के दिन दूध अभिषेक करते है. तो इनकी मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है.

मानसिक रूप से अशांत और चिड़चिड़ापन
कर्क राशि का स्वामी चन्द्रमा है. और चन्द्रमा के लिए शिव आराध्य है. सभी राशि के जातकों के लिए शिवजी की भक्ति करने से मन की प्रसन्नता बनी रहती है. अगर मानसिक रूप से अशांत है, चिड़चिड़ापन है. तो भगवान महादेव की अवश्य पूजा और अभिषेक करे.

कुंडली के सौ से ज्यादा दोष निवारण
भगवान महादेव के लिए शिवरात्रि महीने के सोमवार की, मन से की हुई भक्ति और पूजा का लाभ मिलता हुआ दिखाई देता है. भगवान महादेव की पूजा भक्ति आपकी कुंडली के सौ से ज्यादा दोष निवारण है.

महादेव ही अंत है
क्या आपको पता है, ब्रह्मा सृष्टि निर्माता, भगवान विष्णु सृष्टि के पालनहार तथा महादेव सृष्टि का अंत करते है. इसलिए यह नियम बना है, जो बनेगा, वो मिट जायेगा। वैसे ही जो जन्म लेगा, उसकी मृत्यु निश्चित है. इसलिए समशान में महादेव का मंदिर या मूर्ति अवश्य होती है. क्यूंकि हर जिव को मृत्यु पश्चात् महादेव के पास जाना होता है.

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